गुरदासपुर: पंजाब के गुरदासपुर से लोकसभा सांसद अभिनेता सनी देओल लापता हो गए है जी हां ये हम नहीं कह रहे है उनके संसदीय क्षेत्र की जनता यह कह रही है पंजाब के गुरदासपुर से लोकसभा सांसद अभिनेता सनी देओल के ‘लापता’ होने के पोस्टर सामने आए हैं. पठानकोट में कुछ जगहों पर सनी देओल के ‘लापता’ होने के पोस्टर चस्पा किए गए हैं. रेलवे स्टेशन पर भी यह पोस्टर चिपकाए गए हैं. पोस्टर पर लिखा है, ‘गुमशुदा की तलाश, MP Sunny Deol.’ अभी साफ नहीं हो पाया है कि यह पोस्टर किसने लगाए हैं.
सनी देओल के लापता वाले पोस्टर पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘इसमें कोई चौंकाने वाली बात नहीं है. उनके पिता धर्मेंद्र के साथ भी बीकानेर में यही बात हुई थी. गुरदासपुर के लोगों ने एक सही व्यक्ति को चुनने का मौका खो दिया. सुनील जाखड़ फिर से वहां से चुनावी मैदान में उतरे थे. अगर वो चुने जाते तो संसद में कांग्रेस मजबूत होती.’
पठानकोट में जगह-जगह सनी देओल पोस्टर लगने के बाद अब वह ट्विटर पर भी ट्रॉल होने लगे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि वह गैरजिम्मेदार रवैया अपना रहे हैं. तो किसी ने मजाकिया अंदाज में उन पर तंज कसे हैं. एक ट्रोलर ने लिखा कि सनी देओल को पाकिस्तान में ढूंढिए कहीं वह पाकिस्तान में तो हैंडपंप नहीं उखाड़ रहे हैं.
आपको बता दें की रविवार को सनी देओल नागपुर में एक कार्यक्रम में दिखाई दिए थे. वह राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर खासदार क्रीड़ा महोत्सव के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ उस कार्यक्रम में पहुंचे थे. ये महोत्सव 24 जनवरी तक चलेगा और इसमें 38 हजार खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं.
सनी देओल 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर गुरदासपुर से चुनावी मैदान में उतरे थे. कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ उनके सामने थे. सुनील उस क्षेत्र से मौजूदा सांसद भी थे. आम आदमी पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार उतारा था.
लेकिन सनी देओल ने जीत दर्ज कर संसद की दहलीज पार की. सांसद चुने जाने के बाद पहले सत्र में भी उनकी उपस्थिति कुछ खास नहीं रही. जानकारी के अनुसार पहले सत्र में वह 9 दिन उपस्थित और 28 दिन अनुपस्थित रहे थे. आपको बता दें की देओल खानदान में सनी देओल तीसरे ऐसे शख्स हैं जिसने राजनीति में कदम रखा है. उनके पिता धर्मेंद्र भी सांसद रह चुके हैं और मां हेमा मालिनी मथुरा से बीजेपी सांसद हैं. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में वह दूसरी बार मथुरा से चुनी गईं. हाल ही में हरियाणा और झारखंड में हुए विधानसभा चुनावों में सनी देओल बीजेपी के स्टार प्रचारक थे.
सनी देओल के लापता वाले पोस्टर पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘इसमें कोई चौंकाने वाली बात नहीं है. उनके पिता धर्मेंद्र के साथ भी बीकानेर में यही बात हुई थी. गुरदासपुर के लोगों ने एक सही व्यक्ति को चुनने का मौका खो दिया. सुनील जाखड़ फिर से वहां से चुनावी मैदान में उतरे थे. अगर वो चुने जाते तो संसद में कांग्रेस मजबूत होती.’
पठानकोट में जगह-जगह सनी देओल पोस्टर लगने के बाद अब वह ट्विटर पर भी ट्रॉल होने लगे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि वह गैरजिम्मेदार रवैया अपना रहे हैं. तो किसी ने मजाकिया अंदाज में उन पर तंज कसे हैं. एक ट्रोलर ने लिखा कि सनी देओल को पाकिस्तान में ढूंढिए कहीं वह पाकिस्तान में तो हैंडपंप नहीं उखाड़ रहे हैं.
आपको बता दें की रविवार को सनी देओल नागपुर में एक कार्यक्रम में दिखाई दिए थे. वह राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर खासदार क्रीड़ा महोत्सव के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ उस कार्यक्रम में पहुंचे थे. ये महोत्सव 24 जनवरी तक चलेगा और इसमें 38 हजार खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं.
सनी देओल 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर गुरदासपुर से चुनावी मैदान में उतरे थे. कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ उनके सामने थे. सुनील उस क्षेत्र से मौजूदा सांसद भी थे. आम आदमी पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार उतारा था.
लेकिन सनी देओल ने जीत दर्ज कर संसद की दहलीज पार की. सांसद चुने जाने के बाद पहले सत्र में भी उनकी उपस्थिति कुछ खास नहीं रही. जानकारी के अनुसार पहले सत्र में वह 9 दिन उपस्थित और 28 दिन अनुपस्थित रहे थे. आपको बता दें की देओल खानदान में सनी देओल तीसरे ऐसे शख्स हैं जिसने राजनीति में कदम रखा है. उनके पिता धर्मेंद्र भी सांसद रह चुके हैं और मां हेमा मालिनी मथुरा से बीजेपी सांसद हैं. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में वह दूसरी बार मथुरा से चुनी गईं. हाल ही में हरियाणा और झारखंड में हुए विधानसभा चुनावों में सनी देओल बीजेपी के स्टार प्रचारक थे.
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