उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में रिश्तों को कलंकित करने का मामला सामने आया है। यहां सदर कोतवाली इलाके के एक गांव की नाबालिग ने अपने पिता, भाई पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। यह भी कहा- पिता और भाई ने पैसों की खातिर उसके साथ अन्य लोगों से भी दुष्कर्म करवाया। जब गर्भ ठहर गया तो शादी करा दी। शादी के एक माह बाद पीड़ित ने बच्चे को जन्म दिया। पीड़ित बीते 7 माह से आरोपियों पर कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर काटती रही। रविवार को आईजी जोन के आदेश पर उन्नाव पुलिस ने आरोपी पिता, भाई, पूर्व प्रधान समेत 10 लोगों पर केस दर्ज किया है।

पीड़ित लखनऊ के थाना बंथरा क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। पीड़ित ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल आईजीआरएस संख्या  पर शिकायती पत्र में बताया कि नाबालिग अवस्था में उसके पिता जगदीश प्रसाद और सगे भाई राहुल ने जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। धन के लालच में चाचा के पुत्र सौरभ शर्मा, सचिन, राजेन्द्र, शनि यादव, राजपाल, दिलीप, सुमित आदि से दुष्कर्म करवाते रहे। जब पीड़ित गर्भ से हो गई तो पिता ने अपने साढू ईश्वरदीन के साथ मिलकर 19 अप्रैल 2019 को उन्नाव में एक युवक के साथ शादी करवा दी। 6 मई 2019 को पीड़ित ने एक सात माह के बच्चे को जन्म दिया।

इस पर ससुरालीजनों ने पूछताछ की तो पीड़िता ने सारी हकीकत बताई। जब ससुरालीजनों ने पीड़ित के परिजनों से बात की तो सभी ने हकीकत को इंकार कर दिया। साथ ही किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने पर हत्या करने की फोन पर धमकी दी। करीब 7 माह बाद अब आईजी जोन लखनऊ के निर्देश पर उन्नाव पुलिस ने पिता, भाई व पूर्व प्रधान समेत 10 लोगो पर 376 डी, 323, 504, 506 की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
उन्नाव एसपी विनोद कुमार पांडेय ने कहा- पीड़ित लखनऊ के थाना बंथरा में जाकर मुकदमा लिखाना नहीं चाहती थी। क्योंकि उसको आने जाने में जान माल का खतरा है और वह यहीं महिला थाने में मुकदमा पंजीकृत कराना चाहती है। इसकी सूचना मिलने पर प्रकरण को देखते हुए एसओ महिला थाना को बताया गया। इस संबंध में महिला थाने में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है। शीघ्र ही इस केस में कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं।